"अब कहां वो शौकिया अब कहां वो फिजाएं हैं
अब कहां वो प्रेम अब कहां वो परीक्षाएं हैं
जनाब.. हम तो सिर्फ दिखावे की भीड़ में चल रहे है
प्रेम तो साक्षात कृष्ण हमें सिखाते हैं"
"अब कहां वो शौकिया अब कहां वो फिजाएं हैं
अब कहां वो प्रेम अब कहां वो परीक्षाएं हैं
जनाब.. हम तो सिर्फ दिखावे की भीड़ में चल रहे है
प्रेम तो साक्षात कृष्ण हमें सिखाते हैं"