कहानियां कितनी भी लिखू आबाद थोड़ी ना हो पाऊंगा
मैं तुमको चाहता रहा इसकदर तो बर्बाद थोड़ी ना हो जाऊंगा
तुम मिलों या ना मिलों जान ये तो वक़्त की बात है
तुम मेरे किस्सों में रहती हो मैं कहानियों से तुम्हें कैसे निकल पाऊंगा
कहानियां कितनी भी लिखू आबाद थोड़ी ना हो पाऊंगा
मैं तुमको चाहता रहा इसकदर तो बर्बाद थोड़ी ना हो जाऊंगा
तुम मिलों या ना मिलों जान ये तो वक़्त की बात है
तुम मेरे किस्सों में रहती हो मैं कहानियों से तुम्हें कैसे निकल पाऊंगा