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कहानियां कितनी भी लिखू आबाद थोड़ी ना हो पाऊंगा

17 सितंबर 2025 by
sulekhnii@gmail.com

कहानियां कितनी भी लिखू आबाद थोड़ी ना हो पाऊंगा

मैं तुमको चाहता रहा इसकदर तो बर्बाद थोड़ी ना हो जाऊंगा

तुम मिलों या ना मिलों जान ये तो वक़्त की बात है

तुम मेरे किस्सों में रहती हो मैं कहानियों से तुम्हें कैसे निकल पाऊंगा

वो मुझसे मिलती गयी और मैं पिघलता रहा